Ghazipur Me Ganga Me Doobi 3 Yuvti
Gazipur (संवाददाता पवन मिश्रा): उत्तर प्रदेश के गाजीपुर (Ghazipur) जनपद से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। करंडा थाना क्षेत्र के अमवां घाट पर रविवार की सुबह गंगा स्नान के दौरान तीन युवतियां गहराई में डूब गईं, जबकि चार अन्य को मल्लाहों ने बहादुरी दिखाते हुए सुरक्षित बाहर निकाल लिया। हादसे के बाद घाट पर अफरा-तफरी मच गई और पूरे इलाके में मातम छा गया।
स्नान करते वक्त हुआ हादसा
गाजीपुर (Ghazipur) से जानकारी के मुताबिक, रविवार सुबह रामजनपुर गांव की सात युवतियां गंगा स्नान के लिए अमवां घाट पर गई थीं। स्नान के दौरान कुछ युवतियां गहराई में चली गईं और तेज धारा में बहने लगीं। उनके शोर मचाने पर घाट पर मौजूद स्थानीय मल्लाह बलिराम चौधरी ने तुरंत नदी में छलांग लगा दी और अपनी जान जोखिम में डालकर चार युवतियों को बचा लिया। लेकिन तीन युवतियां लहरों की तेज धार में बह गईं और गहराई में समा गईं।

तीन युवतियां लापता, पहचान हुई
गाजीपुर (Ghazipur) की डूबी हुई तीनों युवतियों की पहचान पूनम (19 वर्ष), रोली (16 वर्ष) और खुशी (12 वर्ष) के रूप में हुई है। तीनों रामजनपुर गांव की रहने वाली बताई जा रही हैं। घटना की खबर मिलते ही परिवारों में कोहराम मच गया। परिजन घाट पर पहुंचकर रोते-बिलखते अपने लापता बेटियों को पुकारते रहे।
स्थानीय मल्लाह की वीरता से बचीं चार जिंदगियां
गाजीपुर (Ghazipur) जिले के स्थानीय निवासी और मल्लाह बलिराम चौधरी ने मौके पर अद्भुत साहस दिखाया। उन्होंने बिना देर किए गंगा की तेज धार में कूदकर चार युवतियों को बाहर निकाला। उनकी बहादुरी की चर्चा पूरे क्षेत्र में हो रही है। ग्रामीण बलिराम को “स्थानीय हीरो” बता रहे हैं और उनकी तत्परता को सलाम कर रहे हैं।
प्रशासन और पुलिस मौके पर, गोताखोरों का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
सूचना मिलते ही गाजीपुर (Ghazipur) की करंडा थाना पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। गोताखोरों की टीम को बुलाकर नदी में तलाश अभियान शुरू कर दिया गया है। पुलिस और SDRF टीम लापता तीनों युवतियों की तलाश में जुटी हैं। अधिकारी लगातार स्थिति की निगरानी कर रहे हैं।
गाजीपुर (Ghazipur) के करंडा थाना प्रभारी ने बताया कि “घटना की जानकारी मिलते ही गोताखोरों को लगाया गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है और जल्द ही लापता युवतियों को खोजने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है।”
गांव में छाया सन्नाटा, घाट पर मातम का माहौल
गाजीपुर (Ghazipur) जिले के हादसे की खबर फैलते ही पूरे रामजनपुर गांव में मातम छा गया है। घाट पर परिजनों की चीख-पुकार से माहौल गमगीन है। स्थानीय लोग पुलिस और गोताखोरों की मदद में जुटे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गंगा की तेज धारा के कारण आए दिन ऐसे हादसे होते हैं, लेकिन सुरक्षा के कोई इंतज़ाम नहीं होते।
प्रशासन अलर्ट – सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
गाजीपुर (Ghazipur) जिले के इस हादसे के बाद घाटों पर सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल उठने लगे हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि अमवां घाट सहित सभी प्रमुख स्नान स्थलों पर स्थायी गोताखोर टीम और सुरक्षा रेखा (बैरिकेड) की व्यवस्था की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।
गंगा की लहरों में समाईं तीन बेटियां – पूरे जिले में शोक की लहर
गाजीपुर (Ghazipur) में तीन मासूम बेटियों के गंगा की लहरों में समा जाने से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। ग्रामीणों का कहना है कि त्योहारी मौसम में लोग बड़ी संख्या में स्नान करने आते हैं, लेकिन घाट पर सुरक्षा इंतज़ाम न के बराबर हैं।
फिलहाल गाजीपुर (Ghazipur) पुलिस और SDRF की टीम नदी में सर्च ऑपरेशन चला रही है और लापता युवतियों की तलाश में जुटी है। प्रशासन ने परिवारों को हर संभव मदद और सहायता का भरोसा दिया है।