योगी सरकार की पहल से उत्तर प्रदेश के सहकारी बैंकों में 10,000 भर्तियां
उत्तर प्रदेश में Cooperative Bank में जल्द ही 10,000 भर्तियां की जाएंगी। यह प्रक्रिया IBPS (Institute of Banking Personnel Selection) के माध्यम से की जाएगी। इस कदम से सहकारी बैंकिंग क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर उत्पन्न होंगे। इन भर्तियों के माध्यम से बैंकिंग क्षेत्र में रोजगार और मुनाफे में वृद्धि का मार्ग प्रशस्त होगा।
Cooperative Bank में रोजगार का नया अवसर: 10,000 भर्तियां जल्द
योगी आदित्यनाथ की सरकार ने घोषणा की है कि उत्तर प्रदेश के सहकारी बैंकों में 10,000 नई भर्तियां की जाएंगी। इस भर्ती प्रक्रिया का जिम्मा IBPS को सौंपा गया है। राज्य मंत्री जेपीएस राठौर ने यह जानकारी दी कि यह कदम राज्य के कोऑपरेटिव बैंकों के व्यवसाय को बढ़ावा देने और रोजगार के अवसर उत्पन्न करने के लिए उठाया जा रहा है। इस घोषणा से बेरोजगार युवाओं के लिए एक बड़ा मौका मिलेगा।
यूपी सहकारी बैंकों का व्यवसाय और मुनाफा बढ़ा
उत्तर प्रदेश के Cooperative Bank और जिला सहकारी बैंकों का व्यवसाय पिछले कुछ वर्षों में तेज़ी से बढ़ा है। सहकारी बैंक में 105% और जिला सहकारी बैंकों में 42.65% की वृद्धि हुई है। एनपीए (Non-Performing Assets) भी घटकर 5.22% तक पहुंच गया है। साथ ही, बैंकों का कुल लाभ 162 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।

सहकारी बैंकों में पारदर्शिता और तकनीकी सुधार
योगी सरकार के नेतृत्व में सहकारी बैंकों में पारदर्शिता लाने के लिए कई तकनीकी सुधार किए गए हैं। आईबीपीएस की मदद से भर्तियां पारदर्शी तरीके से की जाएंगी। इसके अलावा, बी-पैक्स को कंप्यूटरीकरण किया जा रहा है, जिससे ग्राहकों का विश्वास बढ़ेगा और बैंकों के व्यवसाय में और वृद्धि होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने क्रेडिट लिमिट को बढ़ाकर 15 लाख रुपये किया है, जिससे बैंकों का कारोबार और बढ़ेगा।
सहकारी बैंक के लिए रोजगार के अवसर और विकास
इस बदलाव से Cooperative Bank के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। 5,000 से 10,000 भर्तियां की जाएंगी। यह भर्ती प्रक्रिया अगले 6 महीनों में शुरू हो सकती है। इससे बैंकिंग सेक्टर में रोजगार के नए द्वार खुलेंगे और युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। इसके साथ ही, सरकार ने बी-पैक्स को बहुउद्देशीय बनाने की योजना बनाई है, जिसमें जन औषधि केन्द्र, कामन सर्विस सेंटर, और प्रधानमंत्री किसान समृद्धि केंद्र जैसी सेवाएं उपलब्ध होंगी।
Cooperative Bank के मुनाफे में वृद्धि, एनपीए में कमी
उत्तर प्रदेश के कोऑपरेटिव बैंकों का नेटवर्थ 2016-17 में 870 करोड़ रुपये था, जो बढ़कर 1516 करोड़ रुपये हो गया है। इसके अलावा, डिपाजिट और ऋण वितरण में भी सुधार हुआ है। ऋण वितरण 9,189 करोड़ रुपये से बढ़कर 23,061 करोड़ रुपये हो गया है। वहीं, एनपीए को 12.81% से घटाकर 5.22% किया गया है।
Cooperative बैंक में बढ़ेगा रोजगार और मुनाफा
इस कदम से न केवल रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, बल्कि बैंकिंग सेक्टर में मुनाफे में भी वृद्धि होगी। Cooperative Bank अब पहले से कहीं अधिक तकनीकी रूप से उन्नत हो चुके हैं, जिससे नौकरी पाने के लिए युवा अधिक तैयार होंगे।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा Cooperative Bank में 10,000 भर्तियों की घोषणा एक महत्वपूर्ण कदम है, जो न केवल राज्य में रोजगार के अवसरों को बढ़ाएगा, बल्कि सहकारी बैंकिंग प्रणाली के विकास और मुनाफे को भी बढ़ावा देगा। IBPS के माध्यम से पारदर्शी और निष्पक्ष भर्ती प्रक्रिया सुनिश्चित की जाएगी, जिससे बैंकिंग क्षेत्र में युवाओं को एक सुनहरा अवसर मिलेगा।
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इस पहल से सहकारी बैंकों के व्यवसाय में वृद्धि, एनपीए में कमी और मुनाफे में सुधार होगा। सरकार द्वारा किए गए तकनीकी सुधार और कंप्यूटरीकरण से बैंकिंग सेवाओं में पारदर्शिता और कार्यकुशलता बढ़ेगी। इसके अलावा, क्रेडिट लिमिट को बढ़ाकर 15 लाख रुपये करने से बैंकों का कारोबार और भी अधिक मजबूत होगा।
सहकारी बैंकों में रोजगार के इन नए अवसरों का लाभ उठाकर, योग्य उम्मीदवार अपनी बैंकिंग करियर को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं। कुल मिलाकर, यह सरकार का एक बड़ा कदम है जो न केवल बैंकिंग सेक्टर के विकास में मदद करेगा, बल्कि लाखों युवाओं को रोजगार देने में भी सहायक होगा।