Baghpat Me Bujurg Ko Sand Ne Mari Takkar
बागपत। उत्तर प्रदेश के बागपत (Baghpat) जिले के अमीनगर सराय क्षेत्र में मंगलवार रात एक भयावह घटना हुई, जिसमें एक स्कूल बस ड्राइवर सांड के हमले में गंभीर रूप से घायल हो गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। यह घटना तेड़ा गांव के पास हुई।
जानकारी के अनुसार, राकेश कश्यप (उम्र लगभग 35 वर्ष) मंगलवार शाम को खाना खाने के बाद टहलने निकले थे। जैसे ही वे सड़क पर पहुंचे, वहीं साइड में खड़ा एक सांड उन पर हमला बोल दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सांड ने राकेश को कई बार टक्कर मारी और पेट में सींग घोंप दिया।
राकेश के शोर मचाने पर आसपास के ग्रामीण मौके पर पहुंचे और उन्हें बचाने का प्रयास किया। इस दौरान सांड ने ग्रामीणों पर भी हमला किया, जिससे कई लोग घायल हो गए। काफी संघर्ष के बाद ग्रामीण सांड को वहां से भगाने में सफल हुए, लेकिन तब तक राकेश गंभीर रूप से घायल हो चुके थे।

घायलों का अस्पताल में इलाज, राकेश की मौत से गांव में मातम
बागपत (Baghpat) जिले के अमीनगर क्षेत्र में ग्रामीणों ने घायल राकेश को तत्काल स्थानीय अस्पताल पहुंचाया, लेकिन गंभीर चोट के कारण डॉक्टरों ने उन्हें दिल्ली के जीटीबी अस्पताल रेफर कर दिया। बुधवार को इलाज के दौरान राकेश ने दम तोड़ दिया।
राकेश कश्यप सर्वोदय पब्लिक स्कूल, अग्रवाल मंडी टटीरी में बस चालक थे। उनके निधन से न केवल उनका परिवार बल्कि पूरे गांव में शोक की लहर फैल गई। परिजन और ग्रामीण मृतक के अंतिम संस्कार में इकट्ठे हुए और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
परिजनों का कहना है कि राकेश पिछले कुछ समय से मानसिक और शारीरिक रूप से थके हुए थे। उनका कहना है कि प्रशासन को ऐसे जानवरों पर नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
गांव में सांड को पकड़ने की कार्रवाई, पंचायत में हुई नोकझोंक
बागपत (Baghpat) की इस घटना के बाद गांव में सांड को पकड़ने के लिए पंचायत बुलाई गई। ग्रामीणों ने रस्सियों और प्रयासों के जरिए सांड को पकड़ लिया और पशु चिकित्सक के साथ विवाद के बाद उसे गोशाला में छोड़ दिया।
बागपत (Baghpat) के कुछ ग्रामीणों का आरोप है कि पशु चिकित्सक की लापरवाही से यह घटना हुई, जबकि पशु चिकित्सक ने इसका खंडन करते हुए कहा कि खुले में घूमते पशुओं की देखरेख स्थानीय प्रशासन की जिम्मेदारी है। इस घटना ने स्थानीय प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बागपत (Baghpat) पुलिस ने कहा कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी गई है और घटना स्थल का मुआयना किया जा रहा है। पुलिस ग्रामीणों से भी पूछताछ कर रही है और यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि सांड किस तरह खुले में घूम रहा था।
गांव में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उठ रहे सवाल
बागपत (Baghpat) की इस घटना के बाद अमीनगर सराय क्षेत्र के ग्रामीण खुले में घूमते सांड और अन्य पालतू जानवरों को लेकर सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कानून बनाएं और लागू करें।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क किनारे मुक्त घूमते जानवर न केवल जान का खतरा पैदा करते हैं बल्कि सामाजिक सुरक्षा के लिए भी गंभीर चुनौती बन चुके हैं।
बागपत (Baghpat) जिले के तेड़ा गांव में हुई इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि खुले में घूमते जानवरों की रोकथाम और सुरक्षा उपाय अत्यंत जरूरी हैं। राकेश कश्यप की मौत न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि पूरे इलाके के लिए एक गंभीर चेतावनी है। प्रशासन को चाहिए कि वह ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस और समय पर कदम उठाए।