Adarsh Jaat Mahasabha Ne Ki Samaj Sudharak Panchayat (Shamli)
शामली (संवाददाता दीपक राठी) : उत्तर प्रदेश के जनपद शामली (Shamli) में आदर्श जाट महासभा के तत्वाधान में सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करने के उद्देश्य से एक महत्वपूर्ण सभा का आयोजन गांव सिलावर में किया गया।
सभा की अध्यक्षता बत्तीसा खाप के चौधरी विनय पंवार ने की, जबकि मंच पर डांगी खाप के चौधरी ओमपाल सिंह डांगी, यूक्रेन से आए अंतरराष्ट्रीय संयोजक विजयपाल, तथा साउथ अफ्रीका से आए डॉ. सौदान सिंह तरार जैसे प्रमुख वक्ता मौजूद रहे।
सभा का संचालन डॉ. सौदान सिंह तरार ने किया। इस अवसर पर देश और विदेश से आए समाजसेवियों ने समाज में फैली कुरीतियों जैसे दहेज प्रथा, मृत्युभोज, बुजुर्गों का अपमान, और शिक्षा में संस्कारों की कमी जैसे मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श किया।

बुजुर्गों के सम्मान से लेकर दहेज प्रथा के उन्मूलन तक हुई चर्चा
शामली (Shamli) में हुई सभा में वक्ताओं ने समाज में व्याप्त उन परंपराओं पर चिंता जताई जो आज भी सामाजिक प्रगति में बाधक हैं।
बत्तीसा खाप के चौधरी विनय पंवार ने अपने संबोधन में कहा कि,
“दहेज प्रथा आज के समय की सबसे बड़ी कुप्रथा बन चुकी है। जब कोई युवक किसी लड़की को पसंद कर लेता है, तो विवाह से पहले लड़की के परिवार से उनका बजट पूछा जाता है, जो समाज के लिए बेहद शर्मनाक बात है।”
उन्होंने लोगों से अपील की कि दहेज जैसी सामाजिक बुराइयों का पूर्ण बहिष्कार किया जाए और युवाओं को इस दिशा में जागरूक किया जाए।
सभा में वक्ताओं ने कहा कि बुजुर्गों का सम्मान हर घर और समाज की बुनियाद है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे अपने बड़ों के अनुभव से प्रेरणा लें और बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ संस्कारवान बनाएं।

विदेशों से आए प्रतिनिधियों ने दी संस्कृति से जुड़ने की सीख
शामली (Shamli) में इस सभा की विशेषता यह रही कि इसमें विदेशों से आए प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया।
साउथ अफ्रीका से आए डॉ. सौदान सिंह तरार ने अपने संबोधन में कहा कि,
“हम भले ही विदेशों में रह रहे हों, लेकिन हमें अपने देश, अपनी संस्कृति और अपने समाज से गहरा लगाव है। इसलिए हम समय-समय पर भारत आकर इस प्रकार की सभाओं में भाग लेकर समाज को जागरूक करने का प्रयास करते हैं।”
वहीं यूक्रेन से आए आदर्श जाट महासभा के अंतरराष्ट्रीय संयोजक विजयपाल ने कहा कि सामाजिक सुधार तभी संभव है जब हम सभी मिलकर बुराइयों को समाप्त करने का संकल्प लें।
उन्होंने कहा कि महासभा का उद्देश्य समाज में समानता, शिक्षा, संस्कृति और भाईचारे को बढ़ावा देना है।
सभागार में गूंजा “कुरीतियों का बहिष्कार करेंगे” का संकल्प
शामली (Shamli) में हुई इस सभा के अंत में सभी उपस्थित लोगों ने एक स्वर में सामाजिक कुरीतियों के बहिष्कार का संकल्प लिया।
लोगों ने यह भी तय किया कि किसी भी विवाह या सामाजिक आयोजन में दहेज या मृत्युभोज जैसी परंपराओं को नहीं अपनाया जाएगा।
वक्ताओं ने कहा कि समाज तभी सशक्त बनेगा जब उसमें आपसी सम्मान और समानता कायम होगी।
शामली (Shamli) के गांव सिल्वर में सभा में यह भी चर्चा हुई कि लोग अपने स्वास्थ्य और पर्यावरण के लिए घर की छतों और आंगनों में सब्जियों की खेती जैसी पुरानी पद्धतियों को अपनाएं।
इसके अलावा, किसानों ने सरकार से गन्ना समर्थन मूल्य बढ़ाने की मांग दोहराई और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इस दिशा में कदम उठाने की उम्मीद जताई।
सभा में जुटे सैकड़ों लोग, समाज सुधार का दिया संदेश
शामली (Shamli) के गांव सिलावर में आयोजित इस सभा में आसपास के गांवों से सैकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए।
सभा के दौरान लोगों ने वक्ताओं की बातों का समर्थन करते हुए नए और सुधरे समाज की दिशा में काम करने का संकल्प लिया।
शामली (Shamli) में कार्यक्रम के अंत में महासभा की ओर से सभी आगंतुकों का सम्मान किया गया और समाज में जागरूकता फैलाने का आह्वान किया गया।