आगरा, 18 जून 2025 (Agra Road Accident) — उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में बुधवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसा हो गया जिसमें चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक व्यक्ति की हालत गंभीर बनी हुई है। यह हादसा थाना ट्रांस यमुना क्षेत्र के शाहदरा फ्लाईओवर के पास हुआ, जहां एक तेज रफ्तार मैक्स गाड़ी अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई और पलट गई।
Agra Road Accident की वजह बनी तेज रफ्तार
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, मैक्स वाहन लखनऊ मंडी से आम भरकर फिरोजाबाद की ओर जा रही थी। जैसे ही गाड़ी शाहदरा फ्लाईओवर के पास पहुंची, चालक ने वाहन पर नियंत्रण खो दिया। गाड़ी डिवाइडर से टकराई और पलट गई। इस दौरान सड़क किनारे टहल रहे तीन राहगीर गाड़ी के नीचे दब गए। साथ ही, वाहन चालक और क्लीनर को भी गंभीर चोटें आईं।
मौके पर ही चार की मौत
हादसे के बाद मौके पर हड़कंप मच गया। राहगीरों और स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस और राहतकर्मी मौके पर पहुंचे, लेकिन जब तक घायलों को अस्पताल पहुंचाया जाता, तब तक चार लोगों की मौत हो चुकी थी। मृतकों की पहचान इस प्रकार हुई:
-
राजेश (65 वर्ष), पुत्र लाखन सिंह, निवासी शाहदरा
-
रामेश्वर (60 वर्ष), पुत्र बुद्धराम, निवासी शाहदरा
-
हरीबाबू (63 वर्ष), पुत्र स्व. धुरीलाल, निवासी शाहदरा
-
कृष्णा, वाहन चालक, निवासी फिरोजाबाद
गाड़ी का क्लीनर गंभीर रूप से घायल है, जिसे तत्काल एस.एन. मेडिकल कॉलेज, आगरा में भर्ती कराया गया है।

सुबह की सैर बनी जानलेवा
हादसे में जान गंवाने वाले तीनों स्थानीय बुजुर्ग सुबह टहलने के लिए निकले थे। रोजाना की तरह वे सड़क किनारे बैठकर कुछ देर विश्राम कर रहे थे, तभी तेज रफ्तार में आ रही मैक्स ने उनकी जान ले ली। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि वाहन की रफ्तार इतनी तेज थी कि पलटते समय किसी को संभलने का मौका तक नहीं मिला।
मौके पर पहुंचे अधिकारी
हादसे की जानकारी मिलते ही एसीपी हेमंत कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोगों ने सड़क पर जाम लगाने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने समझाकर स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
तेजी से बढ़ते सड़क हादसे
यह हादसा एक बार फिर साबित करता है कि तेज रफ्तार और लापरवाही से चलाए जा रहे वाहन सड़क हादसों का मुख्य कारण हैं। सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी और खराब ड्राइविंग स्किल्स आए दिन मासूम लोगों की जान ले रहे हैं।
पिछले कुछ वर्षों में ट्रांस यमुना क्षेत्र में सड़क हादसों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। फ्लाईओवर, हाईवे और अन्य प्रमुख मार्गों पर लगातार हादसे हो रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि प्रशासन को यहां स्पीड ब्रेकर, सीसीटीवी कैमरे, और सख्त ट्रैफिक निगरानी जैसे कदम उठाने चाहिए।
प्रशासन से सवाल
इस हादसे के बाद कई सवाल उठते हैं:
-
क्या वाहनों की गति पर नियंत्रण के लिए पर्याप्त उपाय किए गए हैं?
-
क्या ट्रांस यमुना क्षेत्र में सुबह-सुबह गश्त और ट्रैफिक नियंत्रण के पर्याप्त इंतजाम हैं?
-
क्या ऐसे व्यस्त फ्लाईओवरों पर सड़क किनारे टहलने वालों के लिए सुरक्षित ज़ोन निर्धारित किए गए हैं?
आगरा का यह हादसा सिर्फ एक दुर्घटना नहीं, बल्कि एक चेतावनी है। यह घटना बताती है कि तेज रफ्तार, लापरवाही और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी कितनी जानलेवा हो सकती है। प्रशासन को अब और अधिक सजग होने की आवश्यकता है ताकि ऐसे दर्दनाक हादसों की पुनरावृत्ति न हो। मृतकों के परिजनों के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है, और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना के साथ, समाज को भी यह सीख लेने की जरूरत है कि ट्रैफिक नियमों का पालन न सिर्फ खुद की, बल्कि दूसरों की जान भी बचा सकता है।