Chunar Railway Station Par Bada Haadsa (Mirzapur)
मिर्जापुरसंवाददाता धर्मेंद्र कुमार : मिर्जापुर (Mirzapur) उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले के चुनार रेलवे स्टेशन पर मंगलवार सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया। यहां नेता जी एक्सप्रेस (12311) ट्रेन की चपेट में आने से करीब आधा दर्जन लोगों की मौत हो गई। मृतक सभी श्रद्धालु थे, जो कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा स्नान के लिए यात्रा कर रहे थे। हादसे के बाद स्टेशन परिसर में अफरा-तफरी मच गई और लोगों में दहशत फैल गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह दुर्घटना उस समय हुई जब श्रद्धालु ट्रेन से उतरते समय गलत दिशा में प्लेटफॉर्म की ओर जाने की बजाय ट्रैक की तरफ उतर गए। उसी वक्त नेता जी एक्सप्रेस ट्रेन वहां से गुजर रही थी और श्रद्धालु उसकी चपेट में आ गए।

ट्रेन की स्पीड और गलत दिशा बनी मौत की वजह
मिर्जापुर (Mirzapur) रेलवे सूत्रों के अनुसार, हादसे के वक्त ट्रेन की स्पीड काफी तेज थी। श्रद्धालुओं को यह अंदाजा नहीं था कि ट्रेन सामने वाले ट्रैक से आ रही है। उन्होंने जल्दबाजी में गलत दिशा में उतरने की कोशिश की और ट्रैक पर आ गए। कुछ ही सेकंड में ट्रेन ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया।
मौके पर मौजूद अन्य यात्रियों ने बताया कि हादसा इतना भयावह था कि कई लोग मौके पर ही गिर पड़े और उन्हें बचाने का मौका तक नहीं मिला।
पुलिस और रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचे, राहत कार्य शुरू
मिर्जापुर (Mirzapur) हादसे की जानकारी मिलते ही चुनार थाने की पुलिस, आरपीएफ (रेलवे सुरक्षा बल) और रेलवे प्रशासन के अधिकारी तुरंत मौके पर पहुंचे। शवों को ट्रैक से हटाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
घटना के बाद रेलवे ट्रैफिक कुछ देर के लिए प्रभावित रहा। मौके पर यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
मिर्जापुर (Mirzapur) के एसपी और डीएम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और अधिकारियों को राहत एवं बचाव कार्य तेज करने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने कहा कि मृतकों की पहचान की जा रही है और उनके परिजनों को सूचना भेजी जा रही है।
कार्तिक पूर्णिमा स्नान को निकले थे श्रद्धालु
मिर्जापुर (Mirzapur) हर साल कार्तिक पूर्णिमा पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा स्नान के लिए विभिन्न स्थानों पर पहुंचते हैं। इस बार भी मंगलवार की सुबह बड़ी संख्या में श्रद्धालु मिर्जापुर की ओर रवाना हो रहे थे। हादसे में मारे गए लोग भी गंगा तट की ओर जा रहे थे।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, श्रद्धालुओं का दल बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से ट्रेन में सवार होकर चुनार स्टेशन पहुंचा था। स्टेशन पर भीड़ अधिक होने के कारण उतरते समय कई लोग गलत दिशा में चले गए।
हादसे से मचा कोहराम, स्टेशन पर मातम का माहौल
मिर्जापुर (Mirzapur) हादसे के बाद पूरे क्षेत्र में शोक की लहर फैल गई। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर घटना पर दुख व्यक्त किया है। स्थानीय लोगों ने रेलवे प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि कार्तिक पूर्णिमा जैसे अवसर पर स्टेशन पर भीड़ नियंत्रण के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए थे।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि अगर स्टेशन पर गाइड लाइन और दिशा संकेतक स्पष्ट होते, तो श्रद्धालु गलत दिशा में न उतरते।
रेलवे ने की जांच के आदेश
मिर्जापुर (Mirzapur) रेलवे प्रशासन ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। प्राथमिक जांच में माना जा रहा है कि हादसा यात्रियों की जल्दबाजी और गलत दिशा में उतरने के कारण हुआ।
डीआरएम (मुगलसराय मंडल) ने कहा कि “रेलवे सुरक्षा के सभी मानक लागू हैं, फिर भी ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए और सख्त कदम उठाए जाएंगे।”
स्थानीय प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि प्लेटफॉर्म पर उतरते या चढ़ते समय दिशा का ध्यान रखें और ट्रैक पार करने से बचें।
कार्तिक पूर्णिमा के शुभ अवसर पर हुआ यह हादसा श्रद्धालुओं के परिवारों के लिए गहरे सदमे की तरह है। जहां एक ओर लाखों लोग गंगा स्नान कर पुण्य अर्जित करने पहुंचे, वहीं दूसरी ओर कुछ परिवारों ने अपने प्रियजनों को खो दिया। इस त्रासदी ने रेलवे सुरक्षा व्यवस्था और यात्रियों की सावधानी, दोनों पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।