Former BSP district president and two others arrested in Shamli
शामली संवाददाता ( दीपक राठी): शामली (Shamli) जिले के कांधला क्षेत्र में मंगलवार को बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पूर्व जिलाध्यक्ष देवीदास जयंत और पूर्व सभासद इंद्रपाल सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों पर 1997 में हुए एक हत्या प्रकरण में अदालत की ओर से वारंट जारी थे। गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने दोनों को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जमानत मिल गई और बाद में रिहा कर दिया गया।

1997 का पुराना हत्या प्रकरण फिर आया सुर्खियों में
शामली (Shamli) जिले का यह मामला वर्ष 1997 का है, जब कांधला कस्बे के डॉक्टर राजपाल की हत्या कर दी गई थी। जानकारी के अनुसार, डॉक्टर राजपाल की एक दुकान को लेकर विवाद चल रहा था। बताया गया कि विजयपाल सैनी ने राजपाल से दुकान खरीदी थी, लेकिन डॉक्टर राजपाल दुकान खाली नहीं कर रहे थे। इस विवाद के बीच उनकी हत्या कर दी गई। हत्या के बाद पूरे क्षेत्र में आक्रोश फैल गया था।
मामले के खुलासे की मांग को लेकर लोगों ने कांधला थाने के बाहर प्रदर्शन और जाम लगा दिया था। स्थिति को काबू करने के लिए भारी पुलिस बल बुलाया गया था। उस समय इस प्रकरण में बसपा के जिलाध्यक्ष रहे देवीदास जयंत और पूर्व सभासद इंद्रपाल सिंह समेत सैकड़ों लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
अदालत से गैरहाजिर रहने पर जारी हुए थे वारंट
शामली (Shamli) पुलिस के अनुसार, इस प्रकरण में दोनों आरोपी पिछले काफी समय से अदालत में हाजिर नहीं हो रहे थे। इसलिए न्यायालय ने उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट (NBW) जारी किया था।
एसपी शामली नरेंद्र प्रताप सिंह शामली (Shamli) के निर्देशन में जिलेभर में वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में कांधला पुलिस को मंगलवार को मुखबिर से सूचना मिली कि दोनों आरोपी कस्बे में ही मौजूद हैं।
सूचना पर पुलिस टीम ने तत्काल दबिश दी और दोनों को गिरफ्तार कर लिया। थाना कांधला प्रभारी ने बताया कि यह गिरफ्तारी दीर्घकालिक वारंट अनुपालन अभियान के तहत की गई है।
“फाइल नहीं मिलने के कारण कोर्ट नहीं जा पा रहे थे” — देवीदास जयंत
गिरफ्तारी के बाद मीडिया से बातचीत में बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष देवीदास जयंत ने कहा कि वे किसी तरह की आपराधिक गतिविधि में शामिल नहीं हैं। उन्होंने बताया कि यह पुराना मामला है और फाइल गायब होने के कारण कुछ समय से कोर्ट में हाजिर नहीं हो पा रहे थे।
जयंत ने कहा कि उन्हें अदालत से पहले ही जमानत मिल चुकी है और अब वे न्यायालय की प्रक्रिया में पूर्ण सहयोग कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि राजनीतिक कारणों से मामले को फिर से उभारा जा रहा है।
पुलिस का रुख: “कानून से ऊपर कोई नहीं”
शामली (Shamli) जिले की कांधला पुलिस का कहना है कि अदालत द्वारा जारी वारंट के बाद किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा है।
पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि जिले में वांछित और वारंटियों के खिलाफ सख्त अभियान चलाया जा रहा है, चाहे आरोपी का राजनीतिक या सामाजिक दर्जा कुछ भी हो।
एसपी शामली नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि जिले में ऐसे मामलों की समीक्षा की जा रही है, जिनमें आरोपी लंबे समय से अदालत में पेश नहीं हो रहे हैं।
कार्रवाई से राजनीतिक हलकों में हलचल
बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष की गिरफ्तारी की खबर से राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। कई स्थानीय नेता इसे राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता से जोड़कर देख रहे हैं, वहीं पुलिस का कहना है कि यह कानूनी कार्रवाई मात्र है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह मामला दो दशक से अधिक पुराना है और अब जब फसल का सीजन चल रहा है, तो अचानक गिरफ्तारी से चर्चा का माहौल बन गया है।
निष्कर्ष
शामली (Shamli) से बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष देवीदास जयंत और पूर्व सभासद इंद्रपाल सिंह की गिरफ्तारी ने न सिर्फ 28 साल पुराने हत्या प्रकरण को फिर सुर्खियों में ला दिया है, बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस का कहना है कि आगे भी ऐसे मामलों में कार्रवाई जारी रहेगी, ताकि न्यायालय के आदेशों का पालन सुनिश्चित किया जा सके।