ब्यूरो रिपोर्टः गर्मागर्म रोटियां हों या दाल-चावल, रोजमर्रा की इन चीजों का स्वाद घी (Ghee) के साथ कई गुना बढ़ जाता है। वहीं, कई घरों में सर्दियों में देसी घी के लडड् खाने और घी के साथ गर्मागर्म दूध पीने जैसे नियम भी देखे जाते हैं। दरअसल, घी एक हेल्दी फैट का सोर्स तो है ही साथ ही घी खाने से आपकी ओवरऑल हेल्थ पर अच्छा असर दिखायी देता है। इसीलिए, बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को देसी घी खाने की सलाह दी जाती है। हालांकि, कुछ लोगों के लिए घी का सेवन नुकसानदायक भी हो सकता है।
देसी Ghee इन लोगों के लिए है जहर

दरअसल कुछ समय पहले अमेरिकन जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी में छपी एक स्टडी में कहा गया कि कुछ लोगों के लिए घी (Ghee) का सेवन ठीक नहीं होता क्योंकि, इससे उनकी हेल्थ प्रॉब्लम्स बढ़ सकती हैं। वहीं, कुछ पुरानी बीमारियों के मरीजों को भी घी का सेवन ना करने की सलाह दी जाती है। जिन लोगों की पाचन शक्ति कमजोर होती है या जल्दी-जल्दी पेट से जुड़ी समस्याएं जिन लोगों को महसूस होती हैं उन्हें देसी घी का सेवन नहीं करना चाहिए। घी में मौजूद फैट्स डाइजेस्टिव सिस्टम के कार्य पर असर डालते हैं।

इससे पेट खराब हो सकता है और पेट में गैस, इनडाइजेशन और उल्टी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। हार्ट डिजिज के मरीजों के लिए घी का सेवन नुकसानदायक हो सकता है। देसी घी (Ghee) का सेवन करने से हार्ट डिजिज से जुड़ी कॉम्प्लिकेशन्स बढ़ सकती हैं। दरअसल, घी में मौजूद फैट्स से कोलेस्ट्रॉल का स्तर असंतुलित हो सकता है जो हार्ट के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
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घी (Ghee) में पाए जाने वाले कुछ सैचुरेटेड फैट्स आपके लिवर पर प्रेशर बना सकते हैं। इससे लिवर की पुरानी बीमारियों के लक्षण गम्भीर हो सकते हैं। इसीलिए, अगर आप किसी पुरानी लिवर डिजिज से पीड़ित हैं तो घी का सेवन कम से कम मात्रा में करें।