Roli Agrahari from Ghazipur became a symbol of inspiration
रिपोर्ट – पवन मिश्रा | जिला – गाजीपुर
नवरात्रि विशेष मिशन शक्ति 5.0 के तहत आज हम ऐसी नारी शक्ति की कहानी लेकर आए हैं, जिन्होंने संघर्ष, जिम्मेदारी और आत्मविश्वास के बल पर समाज में मिसाल कायम की। यह कहानी है गाजीपुर की बेटी रोली अग्रहरि (Roli Agrahari) की, जिन्होंने पहले ही प्रयास में उत्तर प्रदेश पुलिस में चयनित होकर इतिहास रच दिया।
पहले ही प्रयास में पाई सफलता
रोली अग्रहरि ने बीए प्रथम वर्ष के दौरान ही यूपी पुलिस में चयन की तैयारी शुरू कर दी थी। उन्होंने कड़ी मेहनत और लगन से पढ़ाई की और पहले ही प्रयास में सफलता हासिल कर ली। यह उपलब्धि न केवल उनके लिए बल्कि उनके पूरे परिवार और जिले के लिए गर्व की बात बनी।

पारिवारिक पृष्ठभूमि और शिक्षा
Roli Agrahari के पिता जगदीश प्रसाद एक व्यवसायी हैं। उनके पांच भाई-बहन हैं और रोली सबसे छोटी हैं। साल 2015 में उन्होंने हाई स्कूल और 2017 में इंटरमीडिएट की परीक्षा राष्ट्रीय विद्यापीठ इंटर कॉलेज, फैजाबाद से उत्तीर्ण की। इसके बाद उन्होंने श्रीमती धनपता मौर्य स्मारक महाविद्यालय, रसूलपुर लीलहा, अयोध्या से स्नातक की पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई के साथ ही उन्होंने यूपी पुलिस की परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी और पहले ही प्रयास में चयनित होकर परिवार का सपना पूरा किया।
सेवा में योगदान और सम्मान
रोली अग्रहरि ( Roli Agrahari )वर्तमान में सैदपुर कोतवाली में महिला आरक्षी के पद पर तैनात हैं। उनकी पोस्टिंग क्रमशः जंगीपुर, सुहवल और फिर सैदपुर कोतवाली में हुई। मार्च 2025 में मिशन शक्ति के तहत उत्कृष्ट कार्य करने पर उन्हें वाराणसी मंडल के आईजी मोहित गुप्ता द्वारा प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। वहीं गाजीपुर में डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने भी उन्हें सम्मानित किया।
आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ाया कदम
रोली अग्रहरि ( Roli Agrahari ) ने साबित किया है कि महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से कम नहीं हैं। पुलिस सेवा जैसी चुनौतीपूर्ण जिम्मेदारी निभाकर उन्होंने न केवल अपने परिवार का नाम रोशन किया बल्कि आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने की दिशा में अहम योगदान दिया है। नौकरी के साथ-साथ वे अपने परिवार की जिम्मेदारियां भी बखूबी निभा रही हैं।
प्रेरणा बनीं रोली
रोली Roli Agrahari )की सफलता की कहानी हजारों युवतियों को प्रेरणा देती है। उनका मानना है कि —
“यदि मेहनत और लगन हो तो कोई भी लक्ष्य दूर नहीं। प्रत्येक महिला में असीम संभावनाएं होती हैं, बस उन्हें पहचानने और प्रोत्साहन देने की आवश्यकता है।”
नवरात्रि के इस पावन अवसर पर रोली अग्रहरि (Roli Agrahari) जैसी बेटियां समाज को यह संदेश दे रही हैं कि महिला शक्ति किसी भी परिस्थिति में हार मानने वाली नहीं होती। उनकी उपलब्धियां यह साबित करती हैं कि संकल्प और संघर्ष से हर मंज़िल हासिल की जा सकती है।
👉 यह रिपोर्ट नवरात्रि विशेष मिशन शक्ति 5.0 के अंतर्गत महिलाओं की उपलब्धियों और प्रेरक कहानियों को सामने लाने के उद्देश्य से तैयार की गई है।