RPF rescues a 15-month-old child from an abductor traveling by train from Ayodhya
चंदौली में अपहरण का मामला, RPF ने पकड़ा अपहर्ता
चंदौली (धर्मेंद्र कुमार) : RPF ने बच्चे को ट्रेन से बचाया, अपहरणकर्ता को गिरफ्तार किया । चंदौली से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। अयोध्या के राम जन्म भूमि तीर्थ स्थल के पास मूर्ति बेचने वाले ने अपने दोस्त के डेढ़ वर्षीय मासूम बेटे का अपहरण कर लिया। आरोपी बिहार भागने की योजना बना रहा था, लेकिन RPF की त्वरित कार्रवाई से मासूम बच्चा सुरक्षित रूप से बरामद किया गया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
अपहरण की वजह और आरोपी की गिरफ्तारी
पुलिस के अनुसार, आरोपी ने अपने दोस्त से व्यापार में हिस्सा न मिलने के कारण उसकी मासूम बेटे का अपहरण किया था। आरोपी का नाम प्रभात कुमार है, और उसने अपने दोस्त गोपाल कुमार के साथ अयोध्या में मूर्तियों की दुकान खोली थी। इस दुकान के मुनाफे को आधा-आधा बांटने का वादा किया गया था, लेकिन जब गोपाल ने अपना वादा तोड़ा और पैसे नहीं दिए, तो प्रभात ने बच्चे को अपहृत करने का फैसला किया।
अपहरण का घटनाक्रम और RPF की भूमिका
बृहस्पतिवार रात को रेलवे हेल्पलाइन नंबर 139 पर सूचना मिली कि अयोध्या से एक 15 महीने के बच्चे का अपहरण कर लिया गया है। सूचना के तुरंत बाद आरपीएफ की टीम सक्रिय हो गई। शिकायतकर्ता से बात कर बच्चे के हुलिये के बारे में जानकारी ली गई और ट्रेनें जांची जाने लगीं।
इसके बाद, जम्मूतवी कोलकाता एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर 3 पर पहुंची, जहां पर आरपीएफ ने गहन तलाशी ली। ट्रेन के जनरल कोच में बच्चे को बरामद कर लिया गया। इस दौरान अपहरणकर्ता प्रभात कुमार को भी गिरफ्तार कर लिया गया।

आरोपी का बयान और कांड का कारण
पूछताछ में आरोपी प्रभात कुमार ने बताया कि उसने अपने दोस्त गोपाल कुमार के साथ अयोध्या में मूर्ति की दुकान खोली थी। इसके लिए उसने गोपाल को साढ़े चार लाख रुपये दिए थे और दोनों के बीच यह समझौता हुआ था कि दुकान से होने वाले मुनाफे को आधा-आधा बांटा जाएगा। लेकिन गोपाल ने वादे से मुकरते हुए प्रभात को मुनाफा नहीं दिया। इससे नाराज होकर प्रभात ने गोपाल के मासूम बेटे का अपहरण कर लिया।
आरपीएफ की त्वरित कार्रवाई और पुलिस की सफलता
आरपीएफ ने मामले को गंभीरता से लिया और मुगलसराय कोतवाल विजय बहादुर, सीओ आशुतोष और रामजन्म भूमि थाना प्रभारी से संपर्क किया। इसके बाद, अयोध्या पुलिस की टीम ने स्थानीय रेलवे स्टेशन पर पहुंचकर बच्चे और आरोपी को अपनी गिरफ्त में ले लिया।
बच्चे की सुरक्षित वापसी और पिता का धन्यवाद
मासूम को वापस पाकर उसके पिता गोपाल कुमार ने आरपीएफ को धन्यवाद दिया। इसके साथ ही पुलिस और RPF ने मामले में त्वरित कार्रवाई की, जिससे अपहरणकर्ता को पकड़कर मासूम को सुरक्षित घर वापस भेजा जा सका।
RPF की त्वरित और प्रभावी कार्रवाई से चंदौली में अपहरण का एक बड़ा मामला सफलतापूर्वक सुलझाया गया। अपहरणकर्ता को ट्रेन से पकड़कर मासूम बच्चे को सुरक्षित बरामद कर लिया गया, जिससे न केवल बच्चे के माता-पिता को राहत मिली, बल्कि यह भी दर्शाता है कि रेलवे सुरक्षा बल (RPF) किसी भी आपात स्थिति में कितनी तत्परता से कार्य करता है।
अपहरणकर्ता का आरोप था कि उसने अपने दोस्त से व्यापार में हिस्से के पैसे न मिलने के कारण बच्चे का अपहरण किया, लेकिन आरपीएफ ने पूरी टीम के साथ सक्रिय रूप से खोजबीन की और समय रहते बच्चे को बचा लिया। इस मामले ने यह सिद्ध कर दिया कि त्वरित कार्रवाई और प्रभावी पुलिस कार्यवाही से किसी भी अपराध को नियंत्रित किया जा सकता है, और यह समाज में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
आरपीएफ (RPF) और स्थानीय पुलिस की टीम की संयुक्त कार्रवाई से इस मामले का सफल हल निकाला गया, और बच्चे को सुरक्षित उसके परिवार के पास लौटा दिया गया।
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